रविवार, 5 जुलाई 2015

जीवन प्रबंधन

जीवन प्रबंधन

सूर्य के कुछ प्रेरक आचरण और व्यवहार जो हमारे लिए जीवन प्रबंधन के सूत्र हैं

१. सूर्य दूसरों के लिए तपता है
२. चाहे कुछ भी हो जाय वह  नियम अपने नियत समय से उगता और अस्त होता है
३. वह उगते (विकास) और अस्त (अवसान) होते समय एक सा (लाल) होता है
४. समस्त सौर-मंडल (परिवार, समाज) का मुखिया हो कर सबको सदैव अपने संग लेकर चलता है
५. वह दिन में हमें और रात में उनको प्रकाशित करता है जो अभी छूट गए है और जब हम समझते हैं की वह डूब गया तब वह किसी और के लिए उदय हुआ होता है; फिर भी चाँद के माध्यम से हमें रोशनी देने के प्रयास में रहता है
६. वह चिरकाल से चलता ही जा रहा है (चरैवेति) क्योंकि ठहराव ही अंत है

७. वह सबको एक समान, बिना भेद-भाव के प्रकाश और ऊर्जा देता है



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जीवन प्रबंधन
चन्द्रमा के कुछ प्रेरक आचरण और व्यवहार जो हमारे लिए जीवन प्रबंधन के सूत्र हैं:-

१. चन्द्रमा के पास देने के लिए अपना कुछ नहीं है लेकिन सूरज से मिली रौशनी पूरी की पूरी धरती को दे देता है।
२. वह न हो तो मॉस -वर्ष की गिनती संभव न होती।
३. जब सूरज न हो तब जगत को रोशन करने की कोशिश करता है।
४. उसकी रौशनी में गहन शांति और शीतलता होती है।
५. चाँद में दाग है पर रौशनी बेदाग़ है।
६. धरती कहीं भी जाये चाँद निरंतर उसके साथ चलता है।






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